C++ एक प्रोग्रामिंग भाषा है जो कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर विकास के क्षेत्र में विशेष भूमिका निभाती है। यह भाषा C और C++ के संयोजन से उत्पन्न हुई है और विकसित रूप में सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट के लिए अद्वितीय उपायक उपयोगकर्ताओं को प्रदान करती है।
C++ का इतिहास – History of C++
C++ का विकास बीजिंग यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर बीजर्न स्ट्रौसट्रूप द्वारा किया गया था। इसकी शुरुआत 1980 में हुई थी। C++ नाम का मतलब है “सी के साथ और भी” और इसका उद्देश्य था C भाषा को और भी शक्तिशाली और उपयोगी बनाना।
C++ का पहला संस्करण 1985 में आया था, जिसमें इसमें क्लासेस, इनहेरिटेंस, फ़ंक्शन ओवरलोडिंग, और अन्य ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रिंसिपल्स का समर्थन था। इसके बाद, स्ट्रौसट्रूप ने C++ को स्थिरता और और भी विशिष्ट फ़ीचर्स के साथ अपग्रेड किया।
C++ ने उच्च स्तर की प्रोग्रामिंग की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है और विकसितकर्ताओं को विभिन्न डोमेन में उपयोगी और विशेष तरीके से प्रोग्राम विकसित करने की सुविधा प्रदान करती है।
C++ की विशेषताएँ:
- ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP): C++ एक ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग भाषा है, जिसका मतलब है कि यह विकसित किए गए प्रोग्राम को ऑब्जेक्ट के रूप में व्यवस्थित करने में सहायक होती है। इससे प्रोग्रामिंग को और स्त्रुक्टर्ड और मानव-संक्रिय होने का अवसर मिलता है।
- क्लास और ऑब्जेक्ट्स (Class and Objects) : C++ में क्लास और ऑब्जेक्ट्स की अनुमति होती है, जिससे आप डेटा और उसके साथ संबंधित फ़ंक्शन को एक साथ व्यवस्थित कर सकते हैं।
- इनहेरिटेंस (Inheritance): इसके माध्यम से आप एक क्लास के गुणवत्ता और फ़ंक्शन को दूसरे क्लास में विरासत में ले सकते हैं, जिससे डुप्लिकेटिंग की ज़रूरत नहीं होती है।
- पॉलीमोर्फिज़म (Polymorphism): यह विशेषता आपको एक ही फ़ंक्शन को विभिन्न तरीकों से उपयोग करने की अनुमति देती है, जिससे कोड की दोहराई नहीं होती है।
- डेटा और फ़ंक्शन की गोपनीयता (Privacy of data and functions) : C++ में क्लासों में डेटा और फ़ंक्शन को प्राइवेट या प्रोटेक्टेड तरीके से दिया जा सकता है, जिससे उनकी गोपनीयता सुनिश्चित होती है।
- डाटा अबस्ट्रैक्शन और एन्कैप्सुलेशन (Data Abstraction and Encapsulation): C++ डाटा अबस्ट्रैक्शन और एन्कैप्सुलेशन के प्रिंसिपल्स का पालन करती है, जिससे डेटा को सुरक्षित रखा जा सकता है और उपयोगकर्ताओं के लिए व्यवस्थित तरीके से प्रदर्शित किया जा सकता है।
C++ एक शक्तिशाली प्रोग्रामिंग भाषा है जो ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के माध्यम से उच्च स्तर की सॉफ़्टवेयर विकसित करने में मदद करती है।